हिमाचल से दिल्ली आने पर हुई मेरी किडनी ठीक

नमस्कार, मेरा नाम प्रशांत चंदेल है और मैं हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला का रहने वाला हूँ। तीन साल पहले मेरी किडनी हाई ब्लड प्रेशर की वजह से खराब हो गई थी, जिससे की मैं बीते कई सालों से जूझ रहा था। जब मेरी किडनी खराब हुई तब मुझे बहुत सी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ा था जो कि देखने में बड़ी आम सी नजर आ रही थी, लेकिन वो सभी किडनी खराब होने के लक्षण थे। उस दौरान मेरा एक ही मकसद था जल्द से जल्द किडनी को ठीक करना, जिसके लिए मैंने डॉक्टर की सभी बाते मानी और कई महीनों तक डायलिसिस भी करवाया। लेकिन मुझे डायलिसिस से कोई फायदा नहीं मिला, उल्टा इससे मेरी हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी कि मैं खुद से अपना एक भी काम नहीं कर पा रहा था, लेकिन डॉ. पुनीत धवन के आयुर्वेदिक उपचार की वजह से मेरी किडनी आखिर में ठीक हो गई। सच कहूँ अगर उस दौरान मैंने डॉ. पुनीत धवन से आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू नहीं किया होता तो आज मैं जीवित नहीं होता।


Ayurvedic Treatment for Protein Loss in Urine

मेरी किडनी हाई ब्लड प्रेशर की वजह से खराब हुई थी, जिससे कि मैं बीते कई सालों से परेशान चल रहा था। दरअसल, मुझे घर पर बना हुआ खाना खाना बिलकुल भी पसंद नहीं था और मैं बाहर तेज मसालें डालकर बना खाना लेना ज्यादा पसंद करता था जिसकी मुझे आदत थी और यही मेरे ब्लड प्रेशर के हाई होने की सबसे बड़ी वजह भी थी। बाहर का खाना ज्यादा लेने की वजह से मुझे अक्सर पेट से जुड़ी समस्याएँ हो जाती थी जिससे छुटकारा पाने के लिए मैं दवाएं और कोई न कोई चूर्ण लेता रहता था। शुरुआत में तो सब सही चल रहा था, लेकिन जैसे-जैसे मेरी उम्र बढ़ने लगी और मैं घर से बाहर कुछ ज्यादा ही रहने लगा तब मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लग गया। एक बार जब मेरा ब्लड प्रेशर काफी ज्यादा हाई हुआ तो मुझे हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा, जहाँ डॉक्टर ने मुझे ब्लड प्रेशर को काबू रखने के लिए खाने पीने में बदलाव करने की सलाह दी जो कि मेरे मेरे लिए काफी मुश्किल था। इसी कारण मैंने ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल करने के लिए दवाएं लेनी शुरू कर दी, जिससे मेरा ब्लड प्रेशर तो काबू में आ गया लेकिन किडनी खराब होना शुरू हो गई जिसकी खराब मुझे काफी देर से मिली। जब मेरी किडनी खराब होना शुरू हुई या यूँ कहें कि डॉक्टर द्वारा किडनी खराब होने की पुष्टि होने से पहले करीब दो हफ्ते पहले मेरी तबियत अचानक से खराब रहने लग गई थी, जिसकी शुरुआत मेरे पैरों में आई सूजन से हुई थी।

हुआ यूँ कि एक दिन मैंने देखा कि मेरे पैरों में हल्की सूजन आई हुई है जिसकी मैंने नज़रन्दाज कर दिया, लेकिन वह दुसरे दिन तक इतनी ज्यादा बढ़ गई कि मुझे इसकी वजह से चलने फिरने में काफी परेशानी होने लगी। मैंने सूजन से राहत पाने के लिए डॉक्टर से बात कि और सूजन वाली जगह कि मालिश भी की और साथ में दवाएं भी ली पर कोई फायदा नहीं मिला। सूजन के साथ-साथ मुझे बुखार भी आने लग गया और ब्लड प्रेशर दवाएं लेने पर भी हाई रहने लगा। बुखार रहने की वजह से मुझे कुछ भी खाने का दिल नहीं करता और अगर कुछ खा भी लेता तो मुझे तुरंत ही उल्टी आ जाती थी। मैं सभी समस्याओं से निपट पाता उससे पहले मुझे पेशाब से जुड़ी समस्या रहने लग गई, जिसकी शुरुआत पेशाब के रंग बदलने से हुई थी। इसके बाद मुझे पेशाब करने के दौरान जलन और दर्द होने और पेशाब से बदबू भी आने लगी, यहाँ तक कि पेशाब करते हुए मुझे काफी जोर भी लगाना पड़ रहा था। मैं इन सभी समस्याओं के कारण परेशान हो चूका था और दिन भर उल्टियाँ होने, बुखार रहने, खाना ना खाने की वजह से मैं काफी कमजोर भी हो चूका था। डॉक्टर बस मुझे दवाओं पर दवाएं दिए जा रहे थे लेकिन उनसे कोई आराम नहीं मिल रहा था, जिसकी वजह से घर वालों ने मुझे एक बड़े अस्पातल में एडमिट करवा दिया। अस्पताल में डॉक्टर ने मुझे जल्द से जल्द कई जांच करवाने के लिए कह दिया।

मैंने डॉक्टर की सलाह मानते हुए उनके बताए हुए सभी टेस्ट उसी दिन करवाए और जैसे ही रिपोर्ट्स आई उन्हें डॉक्टर को दिखाया। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि ज्यादा दवाएं लेने, हाई ब्लड प्रेशर की वजह से मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसी वजह से मुझे ये सभी समस्याएँ हो रही है, डॉक्टर ने मुझसे आगे कहा कि अब मुझे ठीक होने के लिए डायलिसिस करवाना होगा उसी से कुछ आराम मिल सकता है, नहीं तो बचना मुश्किल है।मैंने डॉक्टर के कहने पर डायलिसिस करवाना शुरू कर दियाजिससे मुझे काफी तकलीफ हुई, लेकिन ठीक होने के लिए मैंने डायलिसिस से होने वाले दर्द को सहन कर लिया। मैंने करीब 8 महीने तक हर हफ्ते तीन बार डायलिसिस करवाया लेकिन इससे मुझे कोई फायदा नहीं मिला, उल्टा मेरी हालत और ज्यादा खराब होती चली गई। इस समय डॉक्टर मुझे किडनी ट्रांसप्लांट करवाने की सलाह देने लगे थे पर मैं इसके लिए बिलकुल भी राजी नहीं था। क्योंकि मैंने नेट पर देखा कि इस ओपरेशन में काफी ज्यादा खर्च आने वाला है और इसके सफल होने की कोई भी उम्मीद नहीं होती। अब जब मैं अपनी मौत के करीब था तो मुझे मेरे दोस्त ने आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी।

मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि दिल्ली में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल है जहाँ बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जाता है, उसने मुझसे एक बार यहाँ जाने की सलाह दी। मैंने अपने दोस्त की बात मानते हुए दिल्ली जाने का मन बना लिया और मैं कुछ ही दिनों में कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल आ गया। यहाँ आने पर मेरी मुलाकात डॉ. पुनीत धवन से हुई जो कि कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल के निदेशक भी है, मैंने उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई। रिपोर्ट्स देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे चिंता करने की जरूरत नहीं है मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा बस समय से आयुर्वेदिक दवाएं लेनी होगी और डाइट का खास ख्याल रखना होगा। डॉ. पुनीत धवन की सभी बातों को ध्यान में रखते हुए मैंने घर आते ही उसी दिन से उनकी दी हुई आयुर्वेदिक दवाएं लेनी शुरू कर दी, जिससे मुझे कुछ ही दिनों में अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लग गये। मुझे पेशाब से जुड़ी हुई सभी समस्याओं से छुटकारा मिलने लग गया, भूख लगने लगी जिससे मेरी कमजोरी दूर होने लग गई और ब्लड प्रेशर भी काबू में आने लग गया जिसकी वजह से मुझे अब उल्टियाँ नहीं आ रही थी। अपनी ठीक होती को देखते हुए मुझे यकीन आने लग गया था

कि अब मैं बड़ी जल्दी ठीक होने वाला हूँ और ये सच भी हुआ। करीब महीने भर में ही मेरा डायलिसिस बंद हो गया जिससे कि मैं बीते काफी समय से परेशान चल रहा था और कुछ ही महीनों में मेरी किडनी एक दम ठीक हो गई और आज इसी वजह से मैं एक दम स्वस्थ जीवन जी रहा हूँ।

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